ऋषियों ने गौ के सानिध्य में रहकर ही समस्त वेद पुराण उपनिषदों की रचना की है : गोपाल मणि महाराज।
गौ प्रतिष्ठा महोत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।

देहरादून : गौक्रान्ति अग्रदूत पूज्य संत गोपाल मणि महाराज के पावन सानिध्य में देहरादून के रेस कोर्स मैदान में चल रहे गौ प्रतिष्ठा महोत्सव में आज प्रदेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहुंचकर ब्यासपीठ से संत गोपाल मणि महाराज का आशीर्वाद लिया साथ ही पहाड़ से आई समस्त देवडोलियों के दर्शन भी किये, पांडाल में हजारों लोगों की भीड़ देखकर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संत गोपाल मणि महाराज की कथाओं से लाखों लोग लाभान्वित हो रहे है समाज में धर्म की ध्वजा लहरा रही है, आगे कहा महाराज द्वारा बर्षों से चलाए जा रहे गौमाता राष्ट्रमाता गौमाता अभियान से लाखों लोगों को जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया है आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दिन अवश्य संत गोपाल मणि महाराज का गौमाता राष्ट्रमाता का संकल्प अवश्य पूरा होगा ।
संत गोपाल मणि महाराज ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी बड़े धर्म प्रेमी और गौ प्रेमी है आपके नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य जल्द सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनेगा । आगे प्रवचन में कहा कि ऋषियों ने गौ के सानिध्य में रहकर ही समस्त वेद पुराण उपनिषदों की रचना की है, बिना गौ से जुड़ें व्यक्ति धर्मात्मा नही हो सकता मतलब सीधा है के भारत धर्म प्रधान देश है भारत और गाय एक दूसरे के पर्याय है भारतीय संस्कृति के मूल में गाय ही है बिना गाय के भारत की कल्पना व्यर्थ है।
गौ प्रतिष्ठा महोत्सव में सुबह से लेकर सायं तक कई कार्य आयोजित हो रहे हैं सुबह 7 से 9 बजे तक कामधेनु यज्ञ, 8 से 10बजे तक संस्कृत संभाषण शिविर, 10 से 1 बजे तक धर्म चर्चा तथा 10 से 1 बजे तक निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 2 से 6 बजे तक संत गोपाल मणि जी एवं आचार्य सीताशरण महाराज द्वारा गौ भागवत कथा सायं को 7 से 10 लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हो रहा है जो 25 तक चलेगा। गौ प्रतिष्ठा महोत्सव में आज सुप्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ जे एन नौटियाल द्वारा निशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवाया तथा निशुल्क दवा भी दी गयी,इस आयोजन के लिए उत्तराखंड मूल जापान में रह रहे प्रसिद्ध व्यवसायी एवम परम गौभक्त शक्ति प्रसाद डिमरी भी पहले दिन से कार्यक्रम में डटे हैं, मुरादाबाद से आये राष्ट्रपति पुरष्कृत संस्कृत के बड़े विद्वान डॉ जगदीश प्रसाद कोठारी, उत्तरकाशी से पधारे विद्वान आचार्य डॉ राधेश्याम खंडूड़ी एवं आचार्य शिव प्रसाद सेमवाल तथा आचार्य संतोष खंडूड़ी रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी शहर के प्रतिष्टित समाजसेवी मनोहर लाल जुयाल, बलबीर सिंह पंवार, शूरवीर सिंह मतूड़ा, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, लाखी राम जोशी, अनुसूया प्रसाद उनियाल, रंगकर्मी नरेंद्र रौथाण, उच्च शिक्षा मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र रौतेला, GD गोयन्का स्कूल के मालिक कुलानन्द नौटियाल, प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ जनानन्द नौटियाल, विमला नौटियाल, रावल यमुनोत्री, पवन उनियाल मीडिया, रमेश रमोला, राकेश सेमवाल, सूरतराम डंगवाल, सांस्कृतिक संयोजक राय सिंह रावत, आनन्द सिंह रावत, यशवंत सिंह रावत, सुभाष शर्मा, प्रभारी डॉ राम भूषण बिजल्वाण सहित आदि लोग उपस्थित रहे हैं।