कोलकाता। बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक और स्थानीय नेता की सोमवार को पीट-पीट हत्या कर दी गई। यह घटना गोसाबा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत राधानगर गांव की है। प्राप्त सूचना के अनुसार, मारे गए मुसाकली मोल्ला तृणमूल के बूथ अध्यक्ष थे। हत्या का आरोप तृणमूल के ही दूसरे गुट पर है।
10 दिनों के भीतर राज्य में यह चौथी घटना है, जिसमें किसी सत्ताधारी दल के नेता की इस तरह से हत्या कर दी गई है।
बाकिबुर व उनके लोगों ने पीट-पीट कर जान ली- परिवार
बताया जा रहा है कि मुसाकली मोल्ला इलाके में पथश्री योजना के तहत हो रहे सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत पर इसे देखने गए थे, तभी उनपर हमला किया गया। पिटाई से गंभीर रूप से घायल हालत में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके परिवार ने हत्या का आरोप स्थानीय तृणमूल नेता बाकिबुर पर लगाया है, जो गोसाबा से तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला के करीबी बताए जा रहे हैं। परिवार का दावा है कि बाकिबुर व उनके लोगों ने पीट-पीट कर जान ली है।
पुलिस पुलिस ने घटना के सिलसिले में आठ लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने घटना के सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला ने पार्टी की आपसी गुटबाजी में हत्या के आरोपों को खारिज करते हुए इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, भाजपा द्वारा योजनाबद्ध तरीके से तृणमूल नेताओं की हत्या कराई जा रही है।
हालांकि भाजपा ने आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे तृणमूल के भीतर आंतरिक कलह का नतीजा बताया है। घटना के बाद से इलाके में तनाव व्याप्त है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
इससे पहले भी कई लोगों की हुई हत्या
इससे पहले 16 नवंबर को दक्षिण 24 परगना के जयनगर में स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता और पंचायत सदस्य सैफुद्दीन लश्कर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 17 नवंबर को उत्तर 24 परगना के आमडांगा में बम से हमला कर तृणमूल के पंचायत प्रधान रूपचंद मंडल की हत्या कर दी थी। इसके बाद 21 नवंबर को उत्तर 24 परगना के जगदल में तृणमूल नेता विक्की यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।