मध्य प्रदेशराजनीति

कांग्रेस पर हमलावर हुए पीएम मोदी, कांग्रेस का नारा बदला।

सीधी : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगा दिया है. सीधी में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाम लिए बगैर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा और कहा कि यहां दो नेताओं के बीच कपड़ा फाड़ कॉम्पिटिशन चल रहा है. अपने बेटों की राजनीति चमकाने के लिए दोनों कांग्रेस पर कब्जा करना चाहते हैं, इसी की होड़ मची है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में मध्यप्रदेश बीमारू राज्य बन गया था. बीजेपी के सत्ता में आने के बाद एमपी की हालत सुधरी।

फिर गिनाई गारंटी :सभा में एक बार फिर पीएम मोदी ने अपनी गारंटियां गिनाईं. उन्होंने बुनियादी सुविधाओं को लेकर बताया कि किस तरह उनकी सरकार में आम आदमी की हर जरूरत का ख्याल रखा जा रहा है. मुफ्त राशन का जो बंदोबस्त सरकार ने किया, उसे अब आगे पांच साल तक बढ़ा दिया गया है. मोदी ने एक-एक करके वो तमाम गारंटियां गिनाईं और बताया कि किस तरह मोदी सरकार आम आदमी की हर मुश्किल में साथ खड़ी है. उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड के साथ इलाज की गारंटी, पीएम आवास योजना के जरिए पक्के घर की गारंटी, सिलेंडर को पांच सौ रुपए तक सस्ता कर दिया गया. हर किसान को सम्मान निधि दी जा रही है।

एमपी के मन में मोदी :पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस परिवारवाद का प्रतीक है. एमपी में दो नेता कपड़ा फाड़ प्रतियोगिता में लगे हैं. सिर्फ इसलिए कि अपने अपने बेटों के लिए कैसे कांग्रेस पर कब्जा जमाएं. कांग्रेस में वही लोग आगे बढ़े जो दिल्ली दरबार में हाजिर लगाते थे. एससी-एसीटी ओबीसी वर्ग को कांग्रेस ने आगे नहीं बढ़ने दिया. देश में आदिवासी राष्ट्रपति बनीं तो उसमें भी इन्हें तकलीफ हुई. बता दें कि पीएम अब तक 14 चुनावी दौरे एमपी में कर चुके हैं. ये पहली बार है कि जब पूरा चुनाव ही पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है. एमपी के मन मोदी में मोदी के मन में एमपी के थीम सांग के साथ बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया कि इस बार प्रादेशिक नेतृत्व के बूते चुनाव लड़ने का जोखिम नहीं उठाएगी बीजेपी।

अभी 10 जनसभाएं और करेंगे मोदी :माना जा रहा है कि अगले 9 दिन में करीब 10 जनसभाएं बीजेपी प्रत्याशियों के पक्ष में पीएम मोदी करेगे. जिस सीधी विधानसभा सीट पर पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया, वो पूरे देश में सीधी पेशाब कांड के बाद सुर्खियो में आई थी. इसी वजह से मौजूदा विधायक केदारनाथ शुक्ला का टिकट भी कटा और उनकी जगह सांसद रीति पाठक को विधानसभा चुनाव के मैदानर में उतारा गया. यूं भी विंध्य में 30 विधानसभा सीटें आती हैं. और एकतरफा जिसके खाते में जाएं, उसकी सत्ता का रास्ता मजबूत बनाती है।

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