विनोद कौशिक का रावण किरदार बना मुख्य आकर्षण का केन्द्र।
बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन। खेकड़ा नगर में पांड़व की पुलिया पर चल रही बालाजी रामलीला में विनोद कौशिक मुख्य आकर्षण का केन्द्र बने हुए है। वह बालाजी रामलीला में रावण के किरदार का अभिनय कर रहे है। उनका जबरदस्त अभिनय देखने के लिए सैंकड़ो लोग बालाजी रामलीला में पहुॅंच रहे है। बालाजी रामलीला के अजय शर्मा ने बताया कि विनोद कौशिक प्रमुख समाजसेवी स्वर्गीय भगवान कौशिक के पुत्र है। विनोद कौशिक का जन्म स्थान खेकड़ा है। वह दिल्ली के वॉटर सप्लाई विभाग में कार्यरत है। रामलीला के दिनों में दिन में डयूटी करते है और रात को रामलीला में अभिनय करते है। वह खेकड़ा की रामलीला में लगभग 20 वर्षो से अलग-अलग किरदारों का अभिनय कर रहे है। विनोद कौशिक से जब पूछा गया कि रावण का किरदार करके कैसा लगता है तो उन्होने बताया कि रावण एक प्रकाण्ड़ पंड़ित और भगवान शिव के परमभक्त थे। रावण को अनेकों सिद्धियां प्राप्त थी और वह वर्तमान, भूतकाल और भविष्यकाल को अपनी दूरदर्शिता से देख सकते थे। उन्होने अपने कुल के उद्धार के लिए भगवान श्री राम से युद्ध किया। रावण ने जानबूझकर ऐसी गल्तियां कि जिससे भगवान को स्वयं धरती पर आकर रावण का वध करना पड़ा। भगवान राम के हाथों मृत्यु होने के कारण रावण को मोझ की प्राप्ति हुई। कहा कि रावण जैसा शिवभक्त और प्रकाण्ड़ पंड़ित ना तो कभी इस संसार में हुआ और शायद ना ही कभी इस संसार में होगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार रावण की विद्धवत्ता को बताने के लिए यह पर्याप्त है कि भगवान श्रीराम जी द्वारा रामेश्वरम में स्थापित शिवलिंग की पूजा रावण ने ही सम्पन्न करायी थी।