देहरादून। विगत दिवस एक मदरसे का निरीक्षण करने पहुंची राज्य बाल संरक्षक आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना ओर उनकी टीम के जूते पहने हुए ही मस्जिद में प्रवेश करने से मुस्लिम समाज में आक्रोष फेल गया।
जिस को लेकर मंगलवार को कई सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड के राज्यपाल व अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब को पत्र लिख कर कार्यवाही करने की मांग की है। वही राज्य बाल संरक्षक आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना को भी पत्र भेज दो दिन में खेद व्यक्त करने को कहा गया हैं।
शहर क़ाज़ी मौलाना मोहम्मद अहमद क़ासमी ने कहा कि इस प्रकार की अपमानित करने वाली हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, शहर क़ाज़ी ने इस मामले को लेकर कल 31 जुलाई को शहर भर के इमामों ओर सामाजिक संगठनों की बैठक बुलाई हैं।
राज्यपाल के भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि विगत दिवस डॉ गीता खन्ना ओर उनकी टीम द्वारा मदरसे ओर मस्जिद में निरक्षण के दौरान मस्जिद की बे अदबी की हैं व धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाई है।
पत्र में कहा गया है कि टीम मदरसा जामियातुस सलाम अल इस्लामिया आजाद कॉलोनी देहरादून में औचक निरीक्षण के दौरान मस्जिद व मदरसे में क़ुरआन पढ़ने की जगह जूते पहने हुए दाखिल हुए, जो कि मस्जिद के पवित्र स्थान की बे अदबी हैं, जिससे मुसलमानों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है।
टीम द्वारा मदरसे व मस्जिद के पवित्र स्थल की जो बे अदबी अपमान किया गया हैं, उस पर आप ओर आपकी टीम दो दिन में सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करे, अन्यथा इसका विरोध प्रदर्शन किया जायगा।