उत्तराखंडदेहरादून

दूनवासियों ने ‘ओल्ड इज गोल्ड नाइट’ में रेट्रो बॉलीवुड गानों का लिया आनंद।

देहरादून : स्वरांजलि के बैनर तले आयोजित ‘ओल्ड इज गोल्ड नाइट’ में 1970 से 1990 के दशक के रेट्रो हिट गानों का दूनवासियों ने आज खूब लुत्फ़ उठाया। यह कार्यक्रम सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ, जिसमें शहर के संगीत प्रेमियों की भारी भीड़ देखने को मिली। इस संगीतमय शाम के दौरान संदीप गुप्ता, राजेश गोयल, महबूब आलम, डॉ. विनोद गुप्ता और संजना ने प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड पुलिस के एडीजी आईपीएस अमित कुमार सिन्हा और सम्मानीय अतिथि के रूप में एनआईसी उत्तराखंड के निदेशक (आईटी) संजय गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों और कलाकारों द्वारा पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मुख्य आयोजक संदीप गुप्ता द्वारा एक विशेष प्रदर्शन रहा, जिन्होंने अपना प्रदर्शन महान गायक किशोर कुमार को समर्पित किया। उन्होंने ‘खाइके पान बनारस वाला’ और ‘मेरे नैना सावन भादो’ जैसे प्रतिष्ठित गीत किशोर कुमार की वेशभूषा धारण कर प्रस्तुत किए और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने ‘डाकिया डाक लाया’ गाना डाकिये की पोशाक धारण कर प्रस्तुत किया।

अपने संबोधन में, मुख्य अतिथि अमित कुमार सिन्हा ने कहा, “पुराने बॉलीवुड संगीत की समृद्ध विरासत हमारी संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, और ‘ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट’ जैसे कार्यक्रम भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण हैं।”

इस अवसर पर बोलते हुए, सम्मानीय अतिथि संजय गुप्ता ने कहा, “यह संगीतमय शाम क्लासिक बॉलीवुड गीतों की स्थायी अपील का एक प्रमाण है, जो सभी उम्र के दर्शकों को लुभाने का कार्य करती है।”

कार्यक्रम में विभिन्न प्रतिभाशाली कलाकारों द्वारा कई संगीत प्रस्तुत किए गए। राजेश गोयल ने किशोर कुमार और मुकेश को ‘एक प्यार का नगमा है’ और ‘मेरा जीवन कोरा काग़ज़’ जैसे गीतों से श्रद्धांजलि दी। महबूब आलम ने मोहम्मद रफी के क्लासिक गीतों ‘आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे’ और ‘मैं कहीं कवि न बन जाऊं’ से दर्शकों को आनंदित किया। डॉ. विनोद गुप्ता ने ‘रुक जा ओ दिल दीवाने’ और ‘कभी भूला कभी याद किया’ जैसे हिट गानों से 90 के दशक को फिर से जीवंत कर दिया। इसके अलावा, संजना ने पुराने गीतों की भावपूर्ण प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम के बारे में अपने विचार साझा करते हुए, संदीप गुप्ता ने कहा, “ओल्ड इज़ गोल्ड नाइट हमारे बॉलीवुड उद्योग के पुराने, सुंदर और सार्थक गीतों को पुनर्जीवित करने के लिए हम सभी द्वारा एक सफल प्रयास है। हम पिछले 12 वर्षों से इस कार्यक्रम की मेजबानी करते आ रहे हैं, और हर बार हमारी कोशिश रहती है की हम इस वर्ष के कार्यक्रम को पिछले से बेहतर बनायें।”

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