इमरान खान ने जीतीं 95 सीटें, 67 सीटों के साथ नवाज दूसरे नंबर पर।
नई दिल्ली : पाकिस्तान में हुए आम चुनाव के शुरुआती नतीजों ने देश की राजनीतिक के करवट बदलने का संकेत दे दिया है। क्रिकेटर से राजनेता बने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक निर्दलीय प्रत्याशियों ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो-जरदारी भुट्टो की पीपीपी को पीछे छोड़ दिया है। चुनाव नतीजों को सेना को ललकारने वाले और अमरीका को चुनौती देने वाले पूर्व कप्तान के पक्ष में जनादेश माना जा रहा है।
हालांकि, बड़े पैमाने पर हिंसा और धांधली के आरोपों के बीच हुए मतदान के बाद नतीजों का इंतजार करते हुए 24 घंटे से ज्यादा बीत जाने के बावजूद चुनाव आयोग ने अंतिम परिणाम घोषित नहीं किए हैं। इससे देश में असमंजस की स्थिति है। इमरान की पीटीआइ और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं। नवाज ने गठबंधन की सरकार बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
पीटीआइ-समर्थित उम्मीदवारों की जीत इसलिए मायने रखती है कि उन्हें चुनाव से रोकने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए गए। पीटीआइ को चुनाव लड़ने से रोक दिया गया और उसके चुनाव चिह्न क्रिक्रेट बैट को जब्त कर लिया गया। भ्रष्टाचार के आरोप में इमरान खान जेल में हैं। इसके बाद इमरान समर्थकों ने निर्दलीय ही मोर्चा संभाला। पीटीआइ रैलियां आयोजित नहीं कर सकी न ही चुनाव प्रचार के लिए कार्यालय नहीं खोल सकी। समर्थकों ने एआइ का इस्तेमाल कर इमरान के भाषण पर केंद्रित ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किए तो उसे भी अवरुद्ध कर दिया गया।
पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने आधिकारिक तौर पर चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं के समक्ष सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करते हुए विजयी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि अन्य दलों के साथ वह गठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं। नवाज ने कहा कि पीएमएल-एन अन्य दलों पीपीपी, एमक्यूएम-पी और जेयूआइ-एफ से संपर्क कर रही है।
नवाज के सरकार बनाने के दावे को पीटीआइ ने बेशर्मी करार दिया और कहा कि उनके पास जनादेश नहीं है, लेकिन ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे जीत गए हों। पीटीआइ चेयरमैन बैरिस्टर गौहर खान को जीयो न्यूज पर यह करते सुना गया कि वह पीएमएल-एन और पीपीपी के साथ गठबंधन सरकार नहीं बनाएंगे। उन्होंने दावा किया नेशनल असेंबली के लिए उनके 150 प्रत्याशी जीत रहे हैं और अपने दम पर सरकार बनाएंगे।
मोबाइल और इंटरनेट बंदी के बीच नतीजे:* काफी धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। इसके कारण पीटीआइ और पीपीपी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया और कहा कि कई स्थानों पर नतीजे बदल दिए गए।
गुरुवार को चुनाव आयोग ने कहा था कि पर्यवेक्षकों को शुक्रवार तड़के नतीजे बता दिए जाएंगे। लेकिन दोपहर तक ऐसा नहीं हुआ। गृह मंत्रालय ने इसके लिए ‘कनेक्टिविटी की कमी’ को जिम्मेदार ठहराया।
हिंसा प्रभावित मतदान समाप्त होने के लगभग 12 घंटे बाद चुनाव आयोग ने परिणामों की घोषणा शुरू की। इस पर विरोधियों ने मतगणना में गड़बड़ी के आरोप लगाए।
नवाज परिवार जीता:
पीएमएल-एन के सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (74) ने एनए-130 सीट पर 172,000 से अधिक वोट हासिल कर जीत हासिल की, जबकि पीटीआइ उम्मीदवार डॉ. यास्मीन राशिद को 113,000 से अधिक वोट मिले।
नवाज की बेटी मरियम नवाज (50) ने एनए-119 सीट से 83,000 से अधिक वोट हासिल कर जीत हासिल की। इस सीट पर पीटीआई के फारूक शहजाद को 68,000 से अधिक वोट मिले।
नवाज के भतीजे (49) हमजा शहबाज ने एनए-118 सीट से 105,000 से अधिक वोट हासिल करके जीत हासिल की, जहां पीटीआई उम्मीदवार आलिया हमजा ने 100,000 से अधिक वोट हासिल किए।
नवाज के छोटे भाई और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (72) ने एनए-123 सीट पर 63,000 वोट हासिल कर जीत हासिल की। इस सीट पर पीटीआई के अफजल फाट को 48,000 से ज्यादा वोट मिले।
पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ को एनए-15 मनसेहरा निर्वाचन क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवार शहजादा गस्तसाप के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। गस्तसाप को 74,713 वोट मिले, जबकि नवाज 63,054 वोट हासिल करने में सफल रहे।
पीपीपी ने सिंध में अपना गढ़ बरकरार रखा। बिलावल भुट्टो जरदारी ने बड़ी जीत हासिल की।
पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को शहीद बेनजीराबाद में भारी जीत मिली।
आतंकी हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद लाहौर सीट से चुनाव हार गया।
घोषित नतीजेंः* 237/265
बहुमत का आंकड़ा -133
पीटीआइ-समर्थित निर्दलीय- 95
पीएमएल-एन- 67
पीपीपी-पी -52
एमक्यूएम-पी- 15
जेयूआइ-एफ- 2
अन्य- 6