शिवपुरी : जिले की मुख्य विधानसभा सीट शिवपुरी से अब तक भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं. दोनों ही प्रमुख पार्टियां दावेदारों पर मंथन कर रही हैं. लेकिन बहुजन समाज पार्टी ने सबसे पहले अपना उम्मीदवार शिवपुरी विधानसभा सीट से अहिरवरन सिंह गुर्जर के रूप में घोषित कर दिया है. अहिरवरन सिंह गुर्जर कोलारस विधानसभा सीट के छोटे से गांव टामकी के रहने वाले हैं. अहिरवरन सिंह गुर्जर सहित उनका परिवार पूर्व में सिंधिया का कट्टर समर्थक रहा है।
अहिरवरन का परिवार सिंधिया निष्ठ :ये पूरा परिवार कांग्रेस का समर्थक रहा है. जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा तो ये परिवार भी बीजेपी में शामिल हो गया. लेकिन अब अहिरवरन सिंह गुर्जर ने सिंधिया का साथ छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया है. वहीं, अहिरवरन सिंह गुर्जर के परिवार के कई सदस्य अब भी सिंधियानिष्ठ बताए जा रहे हैं. बता दें कि अहिरवरन सिंह गुर्जर ने कुछ माह पहले बसपा का दामन थाम लिया था और अपने जन्मदिन पर चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की थी।
शिवपुरी सीट पर जातिगत आंकड़े असरहीन :इसके बाद अब अहिरवरन सिंह गुर्जर को बसपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में सिंधिया परिवार के चलते यहां जातिगत समीकरण प्रभावी नहीं हो सके हैं. शिवपुरी में विधानसभा चुनाव 2018 में बसपा ने अपना उम्मीदवार इरशाद राईन को बनाया था, जिन्हे 13,889 वोट मिले थे. इसके साथ ही बसपा 2018 के चुनाव में शिवपुरी विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थी. अब लोगों की नजर इस बात पर है कि यहां से बीजेपी व कांग्रेस किसे मैदान में उतारती है।