देहरादून : भैरव सेना द्वारा 2 अक्टूबर को कचहरी परिसर स्थित “शहीद स्थल” पर पृथक राज्य आन्दोलनकारीयों पर पृथक राज्य मांग के दौरान आन्दोलन के अंतर्गत जीवन की आहुति दिये जाने की याद में, रक्तदान शिविर लगाकर विनम्र श्रद्धांजली अर्पित की गई। बलिदान दिवस के नाम से सम्बोधित रक्तदान शिविर में जिलाध्यक्ष सतीश जोशी के संयोजन में संगठन के सभी सदस्यों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और रक्तदान कर श्रद्धांजली अर्पित की।
भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखंड राज्य, उत्तराखंडीयों को कई आहुतियों के पश्चात मिला है। जिसमें की 1 सितम्बर 1994 को खटीमा में सात बलिदानी, 2 सितम्बर 1994 को मसूरी में 6 बलिदानी, काला दिवस 2 अक्टूबर 1994 को मुजफ्फरनगर रामपुर तिराहा कांड तथा 3 अक्टूबर 1994 को देहरादून में बर्बरतापूर्ण गोलीकांड हुआ, जिसमें की दर्जनों आन्दोलनकारीयों ने अपने अमूल्य जीवन का बलिदान दिया कई आन्दोलित मातृशक्तियों के साथ बलात्कार तथा अमानवीय छेड़-छाड़, सैकड़ों आन्दोलनकारी घायल तथा विकलांग हुये तब जाकर यह पृथक राज्य हमें मिला और पृथक राज्य आंदोलन की वीर गाथाएं आने वाली पीढ़ी को गर्व के साथ पता हो इसके लिये “भैरव सेना” प्रत्येक वर्ष रक्तदान शिविर लगवाकर इस दिवस को उतराखंड बलिदान दिवस के रूप में आयोजित कर एकत्र हुए रक्तदान से कई जरूरतमंदों का जीवन बचाने का प्रयास करेंगे।
संगठन की प्रदेश अध्यक्षा अनिता थापा ने कहा की हमारा संगठन उत्तराखंड के प्रत्येक जिलों में आगामी वर्षों में 2 अक्टूबर को बढ़े ही जोर-शोर से बलिदान दिवस के रूप में आयोजित करेगा, ताकि भावी पीढ़ी अपने महानायकों को सदैव सम्मान के साथ स्मरण रखे। महिला मोर्चा जिलाध्यक्षा सुजाता रावत ने कहा की संगठन के सदस्य बलिदान दिवस में रक्तदान तो कर ही रहे हैं। इसके अलावा महामारी का रूप ले चुके डेंगू में भी लगातार जरुरतमंदों को रक्तदान तथा प्लेटलेट्स मुहैया कराने में लगातार प्रयासरत है।
केन्द्रीय मिडिया प्रभारी अनिल थपलियाल ने कहा की बलिदान दिवस पर भैरव सेना द्वारा रेडक्रास सोसाईटी के प्रदेश कोषाध्यक्ष मोहन खत्री की देखरेख में दून ब्लड बैंक के माध्यम से 31 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।
रक्तदान शिविर में रेडक्रास सोसाइटी के चैयरमेन डाॅ एम एन अंसारी, सचिव कल्पना बिष्ट इत्यादि उपस्थित रहे। रक्तदान शिविर में रक्तदान करने वालों में केन्द्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री, संजय पंवार, करण शर्मा, सरोज शाह, प्रदीप कुकरेती, सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।