नई दिल्ली : तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री को सीआईडी ने नंदयाला शहर के ज्ञानपुरम में आर के फंक्शन हॉल से सुबह करीब छह बजे गिरफ्तार किया. कौशल विकास घोटाला मामले में एसआईटी और सीआईडी अधिकारियों ने चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार किया है. सीआईडी ने चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, इसके कुछ ही देर बाद ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
नायडू को दिए गए नोटिस में सीआईडी की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के पुलिस उपाधीक्षक एम. धनुंजयुडु ने कहा, “आपको सूचित किया जाता है कि आपको सुबह 6 बजे आर के फंक्शन हॉल, ज्ञानपुरम में गिरफ्तार कर लिया गया है।
नोटिस के अनुसार, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है, जिसमें धारा 120बी (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना) और 465 (जालसाजी) शामिल हैं. आंध्र प्रदेश सीआईडी ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भी लगाया है।
टीडीपी कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों के बीच हल्की झड़प
शनिवार तड़के जब पुलिस अधिकारियों की एक टीम टीडीपी नेता को हिरासत में लेने के लिए इलाके में पहुंची, तो नंदयाला में जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला. इस बीच टीडीपी कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों के बीच हल्की झड़प भी हुई. पार्टी के मुताबिक, पुलिस चंद्रबाबू को ओरवाकल एयरपोर्ट से फ्लाइट के जरिए विजयवाड़ा ले जाएगी. सीआईडी अधिकारियों को झड़प के दौरान यह कहते हुए सुना जा सकता है, “हमारे पास सबूत. हमने इसे उच्च न्यायालय को दे दिया है. रिमांड रिपोर्ट में सभी सामग्री शामिल है. हम उसे विजयवाड़ा ले जाने से पहले एक रिमांड रिपोर्ट देंगे.”
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दो दिन पहले ही बताया था कि उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है. करोड़ों रुपये की रिश्वत और घोटाले का आरोप है।
चंद्रबाबू ने पुलिस से कहा- आरोपों के सबूत तो दिखाओ…?
हालांकि, चंद्रबाबू ने गिरफ्तारी पर कड़ी आपत्ति जताई, क्योंकि यह गिरफ्तारी ‘आरोपों के सबूत’ दिखाए बिना शुरू की गई थी. चंद्रबाबू ने कहा कि सबूत पेश किए जाने पर ही वह कानून का सहयोग करेंगे. चंद्रबाबू नायडू के वकील ने कहा, “नायडू को गिरफ्तार करने से पहले सीआईडी उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले गई, जहां उच्च रक्तचाप और मधुमेह का पता चला. हम जमानत के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं.”