
देहरादून : जन संगठनों एवं विपक्षी दलों की और से सृष्ट मंडल नगर आयुक्त से मिल कर उनसे निवेदन किया कि बिंदाल नदी किनारे बस्तियों में चल रही बेदखली प्रक्रिया कानून के अनुसार ही करे। उन्होंने निगम की प्रक्रिया पर सवाल उठा कर कहा कि जब जनता एवं संगठनों की और से लगातार इस बात पर सवाल उठ रहा है कि इस प्रक्रिया में मज़दूर बस्तियों के बाहर किसी पर भी कार्यवाही नहीं हो रही है जबकि उनके अंदर जो लोग नदी से दूर हैं, उनपर भी कार्यवाही हो रही है; नगर निगम क़ानूनी प्रावधानों से हट कर कुछ ही प्रकार के कागज़ों को सबूत के रूप में ले रहे हैं; सुनवाई के बारे में लोगों को जानकारी नहीं पहुँच रही है; और अन्य खामियां दिखाई दे रही हैं, फिर भी प्रक्रिया में सुधार नहीं दिख रहा है। सृष्ट मंडल ने आयुक्त से आग्रह भी किया कि बारिश के मौसम में लोगों को बेघर करना बच्चों, बुज़ुर्गों एवं महिलाओं के लिए घातक हो सकता है और वैसे ही, अगर किसी को हटाने की नौबत आती है, तो प्रशासन लोगों के आश्रय के लिए भी व्यवस्था करे। नगर आयुक्त ने कही कि इन बातों पर प्रशासन ध्यान देते हुए गंभीरता से विचार करेगा। सृष्ट मंडल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय कौंसिल सदस्य समर भंडारी; सर्वोदय मंडल उत्तराखंड के Adv हरबीर सिंह कुशवाहा; एटक के राज्य सचिव अशोक शर्मा; और चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल शामिल रहे।