देहरादून : धार्मिक संगठनों के नाम पर अनैतिक धार्मिक गतिविधियों को प्रतिबंधित करने को लेकर दर्जनभर से अधिक संगठन प्रतिनिधियों की बैठक आज लैंसडाउन चौक स्थित उज्जवल रेस्टोरेंट में भैरव सेना के अहवान पर आहूत की गई, जिसमें की मुख्य वक्ता के रूप में स्वामी दर्शन भारती रहे। बैठक में ज्वलन्त मुद्दों को लेकर विशेष चर्चा की गई। जिसमें के संगठनों के नाम पर व्यावसायीकरण करने वालों को चिन्हित कर उत्तराखंड से खदेड़ने की रणनीति बनी। बैठक में सर्व समिति से एक समिति का गठन करने पर निर्णय लिया गया जिसकी अध्यक्षता स्वामी दर्शन भारती तथा सदस्यता सभी संगठनों के अध्यक्षों को लेनी अनिवार्य की।
बैठक में तीर्थ बचाओ अभियान के अंतर्गत भैरव सेना संगठन द्वारा पिछले 4 वर्षों से चलाई जा रही पंचगव्य यात्रा की घोषणा की गई। जो कि आगामी 27 अप्रैल से देहरादून से प्रारंभ होकर यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ तथा इन सभी तीर्थ धामों के यात्रा मार्ग में पड़ने वाले मुख्य मंदिरों से होते हुए ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर 3 मई को समापन की जाएगी। भैरव सेना अध्यक्ष संदीप खत्री ने तर्क दिया कि जब वेटिकन सिटी में गैर-ईसाई और मक्का-मदीना में गैर-मुस्लिम नहीं जा सकते तो हिंदुओं के मोक्ष धामों में प्रवेश क्यों दिया जाए और यदि प्रवेश करते भी हैं तो सनातन धर्म के मान-बिंदुओं पर प्रवेश दिया जाए। जिसमें की पंचगव्य का आचमन सर्वप्रथम हो, जिसके जन-जागरण हेतु “पंचगव्य शुद्धिकरण अभियान” यात्रा प्रतिवर्ष संगठन द्वारा निकाली जाती है। संगठन यह भी मांग करता है कि किसी भी तीर्थ धाम में मर्यादित वस्त्रों के साथ प्रवेश किया जाए। बैठक में उपस्थित स्वामी दर्शन भारती ने यात्रा को पूर्ण समर्थन दिया और कहा कि भैरव सेना संगठन की “पंचगव्य शुद्धिकरण अभियान” यात्रा के उद्देश्य के अंतर्गत सभी मंदिरों में पंचगव्य आचमन अनिवार्य किया जाये। जिस से गोवंश को संरक्षण तो मिलेगा ही बल्कि पंचगव्य आचमन के शासनादेश से क्षेत्रीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
बैठक में समस्त संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे जिसमें राष्ट्रीय बजरंग दल से विजेंद्र सिंह, वैदिक मिशन से जगबीर सैनी, सनातन संस्कृति से राधा धोनी, हिंदू राष्ट्र सेवा से राजाराम, योगी सेना से तरुण कांत, सुदर्शन वाहिनी से अनिल हिंदू, प्रतिष्ठा सेवा समिति से गिरीश डालाकोटी, सहयोग रक्षा सेवा संगठन से दीपक कुमार, हिंदू राष्ट्र शक्ति से सुनील राठौर सहित दो दर्जन संगठन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।