देहरादून : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि 2014 में अच्छे दिन” के नारे के साथ सत्तासीन हुए,मोदी सरकार देश के लिए चौतरफा तबाही और बर्बादी लेकर आयी है बीते दस सालों में देश में लोकतंत्र, संविधान, मजदूर, किसान, आदिवासी, अल्पसंख्यक, छात्र-युवा, महिला समाज का हरेक हिस्सा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा पोषित भाजपा के साम्प्रदायिक एवं कारपोरेटपरस्त नीतियों से त्रस्त है पार्टी ने कहा है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने राज्य में जनता को विभाजित करने के लिऐ ऐसे कारनामों को अन्जाम दिये हैं जो राज्य के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ ।
पार्टी ने कहा है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने
मजदूरों के ट्रेड यूनियन अधिकार खत्म कर, उन्हें बंधुआ बनाने वाले लेबर कोड लागू कर मजदूरों को बडे़ बड़े उधोगपतियों के रहमोकर्म पर छोड़ दिया है । न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और फसलों के लागत मूल्य जैसी मांगों को लेकर दिल्ली आने की कोशिश करते किसानों की राह में कीलें बिछाई गयी और देश के अन्नदाताओं को खालिस्तानी और आतंकवादी जैसे नफरत भरे नामों से पुकारा गया ।
पार्टी ने कहा है कि यूपीए सरकार के समय में बना वन अधिकार कानून 2006, वनों में रहने वाले आदिवासियों और परंपरागत वनवासियों को अधिकार देने के लिए बना था. लेकिन वनाधिकार देने के बजाय आदिवासियों और वनों पर आश्रित अन्य लोगों को उजाड़ने का ही उपक्रम केंद्र और राज्यों में बैठी भाजपा सरकारें करती रही हैं । आज उत्तराखंड कै लोगों कै जंगलों कै हकहकूक कै अधिकार छीन चुके हैं ।मजबूत भू कानून कै अभाव में उत्तराखण्ड की जमीन बड़े बड़े लोगों ने कब्जा दी है ।राज्य में सत्ता से जुड़े राज नेताओं ,कारपोरेट एवं माफियाओं के नापाक गठबंधन ने आमजन का जीना दुभर कर दिया है ।
पार्टी ने कहा है कि
युवा आबादी कै लिये स्वर्णिम भविष्य का वायदा अन्तत: दिवास्वप्न एवं खोखला साबित ही नहीं हुआ अपितु पहले रोजगार में लगे लाखों लाख लोगों का रोजगार छीनने का कार्य बड़े ही चालाकी से किया गया है,यदि राज्य का युवा रोजगार मांगता है तो उसे भारी दमन का सामना करना पड़ता है । कुल मिलाकर हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा, एक दशक के बाद भी जुमला ही साबित हुआ । बेतहाशा बढ़ती मंहगाई, नोटबंदी, जीएसटी आदि ने अर्थव्यवस्था की जो कमर तोड़ी है, उसके बाद युवाओं के लिए वह पकौड़ा रोजगार भी दूर की कौड़ी है, जिसे प्रधानमंत्री जी ने एक टीवी कार्यक्रम में रोजगार का “”महत्वपूर्ण” माध्यम करार दिया था. देश के शिक्षक-कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार नौकरियाँ खत्म करने पर उतारू है. यहाँ तक कि अग्निवीर योजना के जरिये सेना की नौकरी को भी अस्थायी कर दिया गया है जिसका सर्वाधिक कुप्रभाव हमारे राज्य कै रोजगार पर पड़ा है ।
पार्टी ने कहा है कि
आशा-आंगनबाड़ी-भोजनमाता आदि आउटसोर्स में लगी महिलाओं एवं अन्य से काम तो पूरा लिया जाता है, लेकिन ना तो न्यूनतम वेतन ही उन्हें मिलता है और ना ही सरकारी कर्मचारी का दर्जा ।
पार्टी ने कहा है कि _नयी शिक्षा नीति के नाम पर जो नीति लायी गयी है, वह कमजोर तबकों के छात्र-छात्राओं की शिक्षा से बेदखली का मार्ग खोलेगी ।
अल्पसंख्यकों पर निरन्तर हमलों ने बीते एक दशक में देश की पहचान दुनिया में धूमिल की है. भीड़ की हिंसा, नफरत भरे भाषण और घृणा फैलाने वालों का महिमामंडन व सम्मान, यह बीते एक दशक में आम होता गया ,हमारे राज्य में इन लोगों के खिलाफ सत्ता कै संरक्षण में जो कुछ भी हुआ वह शर्मनाक है ।
पार्टी ने कहा है कि
महिलाओं के लिए भारत दुनिया का सबसे खतरनाक देश बीते एक दशक में बना. देश के तमाम हिस्सों में महिला हिंसा की घटनाऐं और उनमें सत्ता से जुड़े लोगों की भूमिका आम बात है । भाजपा का बेटी बचाओ का नारा चेतावनी और करुण पुकार में तब्दील हो गया,हमारा राज्य इससे अछूता नहीं है । मणिपुर में जो हुआ, उससे पूरा देश दुनिया के शर्मसार हुआ ।
पार्टी ने कहा है कि *उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद हुए इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे से पता चल रहा है कि इसे अवैध वसूली का माध्यम भाजपा ने बना दिया ।पहले एजेंसियां छापा मारती और फिर कम्पनियां, भाजपा को कई सौ करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड “दान” करती हमारे उनमें वै कम्पनियां भी हैं जो घटिया दवा बनाकर जनता के स्वास्थ कै साथ खिलवाड़ कर रही हैं राज्य सिल्यकारा में काम कर रही कम्पनी भी इसकी सूची में शामिल है ,जिसके रहते बड़ी दुर्घटना हुई । पार्टी ने कहा है कि सिपिएम नै इस महाघोटाले को सर्वोच्च न्यायालय ले गई तबजाकर मोदी सरकार एवं कारपोरेट एवं फर्जीवाड़े का भण्डाफोड़ हुआ कि किस तरह से हजारों करोड़ चन्दा लेकर इन कम्पनियों को बेतहाशा लाभ पहुंचाया तथा ड़े बड़े ठेके ओने पोनै दामों दिये गये तथा इनके अपराधों में पर्दा डाला गया ।
_* निवर्तमान सरकार की वित्त मंत्री के अर्थशास्त्री पति ही कह रहे हैं कि इलेक्टोरल बॉन्ड देश का ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला है ।
पार्टी नै कहा है कि उत्तराखंड में तीन मुख्यमंत्री और सात साल का अनुभव बता रहा है कि उत्तराखण्ड में डबल इंजन का मतलब डबल विकास नहीं डबल बर्बादी ही सिद्ध हुआ है.
यूकेएसएससी से लेकर विधानसभा तक युवाओं के रोजगार की लूट डबल इंजन के राज में हुई. तमाम भर्ती घोटालों में जो पकड़े गए, वो सब भाजपा के पदाधिकारी और बड़े नेताओं के करीबी थे. सिर्फ नौकरियों की लूट में ही नहीं, जीवन की लूट में भी भाजपा के डबल इंजन के कलपुर्जे शामिल रहे. अंकिता भण्डारी हत्याकांड इस बात का उदाहरण है, जिसमें अब तक पकड़े गए मुख्य आरोपी का परिवार भाजपा में प्रभावशाली था ।पकड़ से बाहर जो कथित वीआईपी है, उसका बचाव जिस तरह से किए जा रहा है तो संदेह की सुई, सत्तापक्ष की तरफ ही घूमती है ।_
पार्टी नै कहा है कि_राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट है और अधिकांश सरकारी अस्पताल रेफरल सेंटर बने हुए हैं नीजि अस्पताल लूट कै अड्डे बने हुये हैं । सरकार के मंत्री फ़िनलैंड घूम रहे हैं और प्रदेश में सरकारी स्कूलों पर निरंतर ताला लग रहा है. आवारा पशुओं और जंगली जानवरों का आतंक अब सिर्फ पहाड़ के गांवों तक सीमित नहीं है बल्कि यह शहरों में भी फैल रहा है ।शहरों की स्थिति दिनों दिन नारकिय हो रही है ,स्मार्ट सिटी आदि सैकड़ों परियोजनाऐं लूटखसौट का अड्डा मात्र ,गुजराती ,हरियाणावी ,दिल्ली आदि आयी कम्पनियों द्वारा जमकर लूटखसोट कि जा रही है,परिवहन क्षेत्र में स्थानीय लोगों को बेदखल कर इस पर इन कम्पनियों द्वाराय कब्जा करने कि साजिश जारी है ,मलिन एवं कच्चि बस्तियों का नियमतिकरण एक जुमला साबित हो रहा है ,पहाड़ हो या मैदानी जिलै हरेक जगह गरीबो की बेदखली जारी है ।हरिद्वार बाबा रामदेवजी की दिव्य योग फार्मेसी से सन् 2005 से हटाये कर्मचारियों को सर्वोच्च न्यायालय कै फैसले के बावजूद भी सेवा में न लेना दुर्भाग्यपूर्ण है ।
हिमालय में लागू विनाशकारी विकास का मॉडल का नतीजा है कि जोशीमठ जैसा ऐतिहासिक नगर अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहा है. पिछले एक साल में राज्य और केंद्र की उपेक्षा के चलते जोशीमठ के पुनर्वास, स्थिरीकरण के लिए कोई ठोस उपाय नहीं हुआ. सिलक्यारा के सुरंग हादसे के बाद भी सुरंग बनाने वाली कंपनी के खिलाफ तो कोई कार्यवाही नहीं हुई, अलबत्ता मजदूरों को बाहर निकालने वाले रैट होल माइनर्स के नेता वकील हसन का घर जरूर ढहा दिया गया. इलेक्टोरल बॉन्ड के खुलासे के बाद पता चल रहा है कि उक्त सुरंग बनाने वाली कंपनी ने भी भाजपा के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद कर दिये थे._
पार्टी नै कहा है कि बुलडोजर उत्पीड़न भाजपा सरकार की पहचान बन गयी है. अल्पसंख्यकों के विरुद्ध बुलडोजर चलाने का अभियान शुरू होता है और धीरे-धीरे बढ़ता हुआ यह गरीबों की रिहाइश और कारोबार को अपनी चपेट में ले लेता है. सबके सिर पर छत भले ही भाजपा सरकार न उपलब्ध करा पायी हो, लेकिन वनों, खत्तों से लेकर शहरों में नजूल की जमीन पर बसने वालों तक को उजाड़ने के लिए भाजपा हर वक्त मुस्तैद है !
पार्टी ने कहा है कि
पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड में डबल इंजन ने उत्तराखंड को हिंसा और घृणा की डबल डोज़ दी है । सत्ता संरक्षण में अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हिंसा और घृणा फैलाना आम बात हो गयी है.इसी तरह दलितों के उत्पीड़न की घटनाएं भी प्रदेश में लगातार बढ़ी हैं. यह सीधे तौर पर धर्म की राजनीति के बढ़ने की वजह से है ।
पार्टी ने कहा है कि
जब लोकसभा का चुनाव दस्तक दे रहा है, तब केंद्र की सत्ता, विपक्षी राज्यों के मुख्यमंत्रियों जैसे अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन समेत तमाम नेताओं को जेल भेजने पर उतारू है. मुख्य विपक्षी पार्टी कॉंग्रेस का खाता सीज़ कर दिया गया है. तमाम विपक्षी पार्टियों में तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है. यह इस बात को दर्शाता है कि वे कितने ही सौ पार करने का दावा करते रहे हैं, लेकिन वे बेहद घबराए और बौखलाए हुए हैं. इसका एक महत्वपूर्ण कारण, देश में लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए तमाम विपक्षी पार्टियों द्वारा बनाया गया- इंडिया-नाम का गठबंधन है ।
पार्टी ने कहा है कि
देश में दस साल से जो लोकतंत्र और संविधान को ही बुलडोजर तले रौंदने की कोशिश है, उसके खिलाफ पूरे देश की जनता से इंडिया गठबंधन के साथ एकजुट होने का आह्वान हम करते हैं ।वत और नैनीताल लोकसभा क्षेत्र से श्री प्रकाश जोशी, संयुक्त रूप से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं.* इन सबका चुनाव निशान हाथ है._
*आइये इण्डिया को मजबूत करें, न्याय,लोकतंत्र,संविधान को मजबूत करें.
हारेगी नफरत,जुड़ेगा भारत,जीतेगा इंडिया
जारीकर्ता
(अनन्त आकाश)
सचिव ,सी.पी.आई(एम ) देहरादून
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उत्तराखंड राज्य कमेटी देहरादून ।*