देहरादून। अभ्युदय संस्था की ओर से उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से बिठौली कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महिलाओं ने एक दूसरे को उपहार दिए व भजन झोड़ा चंचारी सभी गए भिटौली में बनने वाले व्यंजनों ने भी आकर्षक बनाए रखा।
अभ्युदय थे होराइजन समिति ने महिलाओं को सांकेतिक उपहार देकर सभी महिलाओं को उनके मायके की याद दिला दी हर्ष हर वर्ष इसी उल्लास के साथ बिठौली का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है कार्यक्रम में बिठौली के महत्व को बताते हुए महिलाएं एक दूसरे को उपहार देता है और एक दूसरे के मायके की यादें ताज करती है इस मौके पर विशेष रूप से गाए जाने वाले झोड़ा व चंचारी भी इनके बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता है वही पारंपरिक व्यंजन भी बनाए जाते हैं।
इस मौके पर अभ्युदय संस्था के अध्यक्ष शेखरानंद त्रिपाठी, उपाध्यक्ष विजया खंडूरी, सदस्य आचार्य जोशी, आयुष, सोमू, मंजू पांडे, बबिता आदि मौजूद थे। विजया खंडूरी में सभी महिलाओं का आभार व्यक्त करते हुए सभी से आग्रह किया कि इस परंपरा को आगे भी इसी तरीके से बनाए रखते हुए अपनी संस्कृति को आगे बढ़ने का काम करते रहे और इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता रहना चाहिए।