देहरादून : उत्तराखंड समानता पार्टी द्वारा आज प्रेस क्लब देहरादून में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें बताया गया कि फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा एक राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत किया गया था, जिसमें राज्य के लोगों की एक अखिल भारतीय अवधारणा है जो नागरिकों के मौलिक अधिकारों को विशेष रूप से समानता के मौलिक अधिकार को लागू करने में विश्वास करते है, सामान्य जैसे कि संविधान के अनुच्छेद 14 में निहित है और यह पार्टी के नाम में परिलक्षित होता है।
पार्टी युवाओं मातृशक्ति को संगठित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो लंबे संघर्ष और संघर्ष के दौरान हमारे प्रिय लोगों की शहादत के बाद इस राज्य के निर्माण के लिए जिम्मेदार थी, राज्य निर्माण के बाद भी हम एक शांतिपूर्ण और समृद्ध राज्य से कोसों दूर है, एक और हमारी संस्कृतिक अखंडता खतरे में है और दूसरी तरफ खराब आजीविका स्वास्थ्य देखभाल और रोजगार के अवसरों के न होने के कारण लोगों का प्रवासन आंतरिक सीमा क्षेत्रो में एक शून्य पैदा कर रहा है जो राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर कर रहा है।
राज्य सरकार को हिमाचल की तर्ज पर भू कानून तत्काल लागू करना चाहिए ताकि राज्य की सांस्कृतिक पहचान कमजोर ना हो सके, परिसीमन के कारण हम पहले ही पहाड़ की कुछ सिम खो चुके है, राज्य में मूल निवास 1950 की व्यवस्था लागू करना, आर्थिक आधार पर आरक्षण की व्यवस्था तथा एससी/एसटी एंड्रोसिटीद एक्ट की दोषपूर्ण धाराओं को समाप्त करना हमारी शुरू से ही मांग रही है, हम पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, केंद्र सरकार से इस पर जल्द निर्णय लेने का अनुरोध करेंगे।
समानता पार्टी की रीति नीति को देखते हुए पूर्व आई.एफ.एस डॉ बी के बहुगुणा त्रिपुरा के प्रधान सचिव पद से सेवानिवृत हुए, पूर्व महाप्रबंधक राकेश बहुगुणा उत्तराखंड ने ली पार्टी की सदस्यता, पार्टी पदाधिकारी ने माल्यार्पण कर किया स्वागत, इस दौरान पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।