उत्तराखण्ड : प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने एक बयान जारी करते हुए राज्य में विगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता प्रकट करते हुए राज्य सरकार को कठघरे में खडा किया है। करन माहरा ने राज्य में चरमराती कानून व्यवस्था, महिलाओं व नाबालिग बच्चियों के विरूद्ध हो रही हिंसा, बलात्कार व जघन्य हत्याओं की घटनाओं को लेकर गहरी चिंता प्रकट करते हुए राज्य की भाजपा सरकार को आडे हाथों लिया है।
करन माहरा ने कहा कि भ्रष्टाचार और भयमुक्त सरकार के अपने वायदे पर अमल करने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के साढे सात वर्ष के कार्यकाल में राज्य में हत्या, चोरी, डकैती, मासूमों से बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। राज्य में लगातार घट रही इन घटनाओं से गिरती कानून व्यवस्था उजागर होने के साथ-साथ राज्य की अस्मिता पर भी चोट पहुंची है। राज्य की जनता में भय का वातावरण व्याप्त है तथा आमजन विशेषकर महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। करन माहरा ने भाजपा सरकार के सात वर्षो के अन्तराल में घटित जघन्य अपराधों से सम्बन्धित विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जनपद बागेश्वर के कपकोट में 12 साल की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास की घटना। जनपद उधमसिंहनगर के काशीपुर में नाबालिग से दुष्कर्म के प्रयास की घटना। जनपद उधमसिंहनगर के गदरपुर में युवक की गोली मार कर हत्या। जनपद चमोली के थराली में नाबालिग से छेडछाड की घटना। जनपद पिथौरागढ़ के झूलाघाट में हत्या की घटना। देहरादून के जाखन स्थित लॉज में महिला की हत्या। जनपद उधमसिंहनगर के किच्छा में साढे तीन साल की बच्ची की दुष्कर्म के उपरान्त हत्या। रूद्रपुर में एक व्यक्ति की हत्या। कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक श्री संजीव आर्य पर धारदार हथियार से जानलेवा हमले की घटना, सरकार के केबिनेट मंत्री सौरभ बहुगणा पर हमला होना सरकार की विफलता का जीता जागता उदहारण है सरकार जब अपने मंत्रियों/विधायकों अन्य जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा नही कर पा रही है तो आम जनमानस का क्या हाल होगा। समझा जा सकता है।
करन माहरा ने कहा कि हरिद्वार जनपद के भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत डांडा जलालपुर में धार्मिक आयोजन के शुभ अवसर पर पथराव की घटना ने राज्य में कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी थी वहीं बेलड़ा में अनुसूचित जाति के एक युवक की हत्या कर दी गई जिसमेें आज तक सरकार ने कोई कार्यवाही नही की है। राज्य में सत्ताधारी दल से जुडे संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को धता बताते हुए राज्य में भय का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए थी और साथ ही भविष्य में यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए था कि धार्मिक आयोजनों के अवसर पर अनुमति प्रदान करते समय इस बात का आवश्यक रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए कि पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करे जिससे ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो।
करन माहरा ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट लगातार मोदी सरकार और धामी सरकार का स्तुति गान करने में व्यस्त हैं। जबकि राज्य की विगड़ती कानून व्यवस्था पर उनका ध्यान ना के बराबर है, वे भूल जाते हैं कि प्रदेश में सरकार उनकी पार्टी की है, उन्हें सवाल अपने मुख्यमंत्री से करने चाहिए ना कि विपक्ष से? उन्होंने कहा आज कानून व्यवस्था का बुरा हाल है, जहां भर्ती घोटाले में हाकम सिंह और भाजपा के कई नेता जो सरकार की लचर पैरवी के चलते खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कि फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के आरोपी को पुलिस सुरक्षा में ही अपनी जान गंवानी पड़ी है। करन माहरा ने कहा कि अग्निवीर भर्ती से लौट रहे उत्तरकाशी का नौजवान केदार भण्डारी जिसे पुलिस ने बिना कारण अपनी कस्टडी में लिया था आज तक उस नौजवान का पता नही लग पाया है और उसके माता-पिता को आजतक न्याय नही मिल पाया है। उन्होंने कहा ऐसे कई केश है जिन्हें पुलिस कस्टडी में संदिग्ध परिस्थितियों में आरोपियों को अपनी जान गंवाने पड़ी है ऐसी घटनाओं से शासन प्रशासन भी संदेह के घेरे में आते रहे हैं। उत्तराखण्ड की बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है महिला उत्पीड़न और प्रदेशभर से उनके साथ दुष्कर्मों की लगातार खबरें अखबारों में प्रतिदिन आ रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड देवभूमि को शर्मशार करने वाला था। परन्तु आजतक उनके परिजनों को भी सरकार की लचर पैरवी के कारण न्याय नही मिल पाया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की बात करने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को अपने महिला पदाधिकारियों एवं महिला विंग से पूछना चाहिए कि उन्होंने अंकिता के लिए सरकार से न्याय की गुहार क्यों नही की? और इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेता से लेकर महिला नेत्रियां पूरी तरह से मौन क्यों रही? अपनी सरकार की नाकामी को छुपाने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जनता को गुमराह कर रहे हैं। हल्द्वानी में दृष्टिबाधित नाबालिकों से यौनशोषण का नया मामला सामने आया है। यह मामला पहले भी चर्चाओं में आया था परन्तु शासन प्रशासन इस मामले का खुलासा करने के बजाय उसे दबाने लगे रहे, अब इस पर भाजपा सरकार जांच के नाम पर इतिश्री कर अपनी जिम्मेदारी से बचती नजर आ रही है। हरिद्वार क्षेत्र में महिलाओं की हत्या कर लूट को अंजाम दिया गया है। वहीं बाहरी युवकों द्वारा ऋषिकेश में देर रात खुलेआम गोली चलाकर स्थानीय युवकों को हॉकी, लाठी डंडों से मारा पीटा गया और सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है। करन माहरा ने कहा मुख्यमंत्री, मंत्री, नेतागण देश-विदेश भ्रमण में व्यस्त हैं और निवेश के बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं राज्य की लचर कानून व्यवस्था के हालात को देखते हुए कितना निवेश उत्तराखंड आ पाएगा और विदेशी निवेशक इस सरकार पर अपना कितना भरोसा रख पाएंगे यह अपने आप में बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है, इसका जवाब सरकार को देना चाहिए।