
नई दिल्ली : भारत ने आज म्यांमार में तैनात भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल इकाई के लिए पुन पूर्ति भंडार सहित 31 टन मानवीय सहायता भेजी है, ताकि भूकंप प्रभावित पड़ोसी देश को सहायता प्रदान करने के लिए नई दिल्ली के प्रयासों को बढ़ाया जा सके. यह सहायता सी-17 ग्लोबमास्टर हेवी-लिफ्ट विमान से भेजी गई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विमान ने आज सुबह गाजियाबाद के हिंडन वायुसेना स्टेशन से उड़ान भरी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत सी-17 विमान 31 टन मानवीय सहायता के साथ मांडले के लिए रवाना हुआ, जिसमें भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल इकाई के लिए पुन पूर्ति भंडार भी शामिल है।
बता दें कि पिछले सप्ताह म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था. जिसमें मरने वालों की संख्या 3,000 से अधिक हो गई, जबकि बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी रखे हुए है. भारत ने 28 मार्च को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप से हुई तबाही की त्वरित प्रतिक्रिया के रूप में ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम से राहत मिशन शुरू किया है।
‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत फील्ड अस्पताल म्यांमार में अपना मानवीय मिशन जारी रखे हुए हैं, जबकि स्थानीय सरकार और उसकी एजेंसियां भी राहत और बचाव कार्य में अपने प्रयासों में लगी हुई हैं. 118 कर्मियों वाली अस्पताल इकाई को भारतीय वायुसेना के दो सी-17 भारी-भरकम विमानों का उपयोग करके म्यांमार में तैनात किया गया था, जो 29 मार्च को आगरा से उड़ान भर चुके थे. यह फील्ड अस्पताल भारतीय सेना द्वारा मांडले में स्थापित किया गया है।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि 405 टन चावल सहित 442 टन राहत सामग्री लेकर आईएनएस घड़ियाल शनिवार सुबह यांगून पहुंच गया है. राहत सामग्री भारतीय राजदूत अभय ठाकुर ने यांगून क्षेत्र के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को सौंपी।
प्रवक्ता ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में भारतीय नौसेना के जहाजों द्वारा 512 टन से अधिक राहत सामग्री का बड़े पैमाने पर जुटाना म्यांमार में प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के नौसेना के दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।