देहरादून : केदारनाथ उपचुनाव के परिणाम के बाद पुष्कर सिंह धामी की विदाई की प्रतीक्षा में सूख कर कांटे होते भाजपाइयों के कटे पर नमक छिड़कते हुये चिढ़ाने के लिए उनकी जिकुड़ी पर डाम लगाने हेतु धामी के समर्थकों ने बाकायादा होर्डिंग पोस्टर लगा दिए है।
केदारनाथ में मिली जीत से जहाँ धामी को निबटाने में लगे भाजपाई और मित्र विपक्ष कांग्रेसी सुन्न पट्ट हो गये हैँ वहीँ धामी समर्थक बम बम कूद रहे है।
पोस्टर भाजपा के उसी प्रदेश कार्यालय के बाहर लगाए हैँ जहाँ 2021 में पुष्कर धामी के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा की गई थी. इन पोस्टरों को भाजपा दफ़्तर के गेट पर भी लगाया गया है ताकि दिन दोपहरी खुली आँखों से मुख्यमंत्री की कुर्सी का ख्वाब देखने वाले भाजपा दफ़्तर आते और जाते दोनों समय सभी के दिमाग में घुस जाय कि पुष्कर धामी ही 2032 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहेंगे वो किसी प्रकार की गलतफहमी न पालें।
भाजपा दफ़तर के सामने एक ऐसा होर्डिंग भी चिपक़ा रखा है जिसमे ऊपर तो कुमाऊँ मण्डल के लोगो के फोटो और नाम लिखे हैँ नीचे गढ़वाल मण्डल के सुयश रावत,सतपाल महाराज और अमृता रावत के नाम भी दिख रहे है।
कुल मिलाकर धामी के 2032 तक मुख्यमंत्री रहने के इन होर्डिंग पोस्टर को फाड़ने की हिम्मत भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट भी नहीं कर पा रहे जिनकी अध्यक्ष पद से विदाई के लिए अब गिनती के दिन बचे हुये हैँ ।
केदारनाथ उपचुनाव की जीत के जोश में नई बात ये बताई जा रही है कि 24 घंटे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी से विदाई ले चुके 13 के 13 निवर्तमान हो चुके जिला पंचायत अध्यक्ष हर जिले में ऐसे होर्डिंग की छपाई का ऑर्डर दे चुके हैँ बस सचिवालय और निदेशालय से उन सभी 13 के प्रशाशक बनने की ऐतिहासिक कालजई चिट्टी बाहर आ जाय चर्चा है कि “ऊपर” से हरी झंडी मिल चुकी है लगता है ब्लॉक प्रमुखो और प्रधानों को इसलिए नहीं बनाया क्योंकि उन्होंने करम “अच्छे वाले ” नहीं किये होंगे ।
अगर धामी ये कर पाये तो उनके नाम एक और रिकार्ड दर्ज होना तय है।