उत्तराखण्ड : राज्य नेपाली भाषा समिति के तत्वाधान में शहीद मेजर दुर्गा मल्ल पार्क में — *शहीद मेजर दुर्गा मल्लजी(आजाद हिंद फौज) के 80वें श्रद्धांजलि दिवस* कार्यक्रम का आयोजन हुआ, इस आयोजन में मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशीजी, गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, उत्तराखण्ड राज्य नेपाली भाषा समिति के अध्यक्ष मधुसूदन शर्मा, इंजि०मेग बहादुर थापा एवं संघ संस्थाओं के पदाधिकारियों ने शहीद मेजर दुर्गामल्ल पार्क में स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमनअर्पित करते हुए माल्यार्पण किया एवं दीप प्रज्जवित करते हुए उन्हें शत् शत् नमन किया |
जीवन परिचय
शहीद मेजर दुर्गा मल्लजी (1जुलाई 1913 –25 अगस्त1944 ) आजाद हिंद फौज के प्रथम गोर्खा सैनिक थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, दुर्गा मल्ल का जन्म 1जुलाई 1913 को देहरादून के निकट डोईवाला में गोर्खा राईफल्स के नायब सुबेदार गंगाराम मल्ल क्षेत्री एवं पार्वती देवी के घर में हुआ, वे बचपनसे ही बहादुर और प्रतिभा वान थे, उन्होंने गोर्खा मिलट्री इंटर कालेज में अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।
सन् 1931 में मात्र 18 वर्ष की आयु में दुर्गा मल्लजी 2/1 गोर्खा राईफल्स में भर्ती हो गये |लगभग 10 वर्ष तक सेवारत रहने के बाद
जब 01 सितम्बर 1942 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा ” *आजाद हिंद फौज* ” का गठन हुआ, जिसमें दुर्गा मल्ल की भूमिका बहुत सराहनीय थी |जिससे प्रभावित होकर नेताजी ने उन्हें मेजर की पदवी से नवाजा |बाद में उन्हें गुप्तचर शाखा का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया |27 मार्च 1944 को महत्वपूर्ण सूचनाऐं एकत्र करते समय मेजर दुर्गा मल्ल को अंग्रेजी सेना ने मणिपुर में कोहिमा के पास उखरूल में पकड़ लिया |युद्धबंदी बनाने और मुकदमें के बाद उन्हें बहुत कठिन यातनाएँ दी गईं और उन्हें माफी माँगने को कहा गया |परंतु आजादी के दीवाने दुर्गा मल्ल ने माफी नहीं माँगी | 15 अगस्त 1944 को उन्हें लालकिले की सैंट्रल जेल में लाया गया और दस दिन बाद 25 अगस्त 1944 को उन्हें फाँसी के फंदे पर चढा़ दिया गया | जाँबाज वीर मेजर दुर्गा मल्ल ने हँसते हँसते माँ भारती की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।
23 जनवरी 2023 को भारत सरकार ने शहीद मेजर दुर्गा मल्ल जी के सम्मान में उनके नाम पर डाकटिकट भी जारी किया है।
कार्यक्रम
मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने बताया कि इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीतों की सुंदर प्रस्तुतियाँ दीं | श्री सतीश थापा,श्री देविन शाही,श्री एच०बी०राना,श्री जे० बी राई, श्रीमती दीप्ति, श्री विजय शाही ने भी देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की |
इस अवसर पर भारत स्वतंत्रता आन्दोलनकारी परिवार/ कारगिल शहीद परिवार एवं वरिष्ठ समाज सेवियों को सम्मानित किया गया:-
1) शैलागुरूंग व सुशीला मल्ल
2) मधुसूदन कार्की
3) कलावती शाही
4) नरेंद्र सिंह भण्डारी
5)वीर नारी मुन्नी देवी
6) शैलेंद्र मल्ल
7) होशियार सिंह थापा
8) मधु थापा
9) ओ०पी० शर्मा
10) पी० एन० शेरपा
11) लीला शर्मा
12) मीनू क्षेत्री
आज समिति ने मुख्य अतिथि को समिति की ओर से एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कुछ माँगे रखी गई |
कैबिनेट मंत्री ने सभी विषयों को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए पूरा करने का पूर्ण आश्वासन दिया |
कार्यक्रम का सफल संचालन श्याम राना एवं प्रभा शाह ने किया।
इस समारोह के दौरान बालकृष्ण बराल, राजेंद्र मल्ल, महेश भूषाल, बसंत कुमार गुरूंग़ सी०के०राई, कै०आर०एस०थापा, कर्नल. डी० एस०खड़का, कर्नल जीवन कुमारक्षेत्री, कर्नल विक्रम सिंह थापा, शमशेर सिंह बिष्ट ,महामंत्री शसभा के शाखा अध्यक्ष, पुष्पा क्षेत्री, रीता विशाल, मंजू कार्की, सरोज गुरूंग, सुनीता क्षेत्री, माया पँवार, पुष्पा क्षेत्री साहित आदि लोग उपस्थित थे।