देहरादून : उत्तराखंड क्रांति दल का स्पष्ट मानना है कि राज्य के बने इन 23 वर्षो में राजनैतिक परिदृश्य राज्य कि मूल भावनाओं के विपरीत रहा है। समस्त क्षेत्रीय ताकतें, राज्य निर्माण के संघर्षो कि भागीदारी करने वाले संगठन के बिखरे होने के कारण जो दल राज्य के पक्ष में नहीं रहे वही राज्य के निकायों, पंचायतों से लेकर विधानसभा व लोकसभा में पहुंचे है। उक्रांद का खुला आह्वान है कि अब समय आ गया है कि समस्त क्षेत्रीय संगठनों, समस्त आंदोलनकारी शक्तियों, वाम दल के साथ साथ सम सामायिक विषयों के चिंतकों से लेकर गैर राजनैतिक छात्र संगठनों को एक मंच में लाकर आगामी निकाय व पंचायत चुनाओं में नये विकल्प जनता के समक्ष खड़ा किया जायेगा। उत्तराखंड क्रांति दल यही नहीं राज्य की अवधारणा के अनुरूप विकास की चिंता हमारे प्रवासी उत्तराखंडियों को भी रहती है। आने वाले भविष्य में नये राजनैतिक विकल्प को खड़ा करने के पश्चात् प्रवासी उत्तराखंडियों को जोड़ा जाने का बेडा व संकल्प उक्रांद द्वारा किया जा है। आगामी माह में दिनांक 08-09-2024 को उक्रांद द्वारा देहरादून में एक महत्वपूर्ण सयुंक्त बैठक देहरादून में सुनिश्चित की गयी है। इससे पूर्व सभी संगठनों, क्षेत्रीय राजनैतिक दलों, वाम दलों, आंदोलन कारी संगठनों, छात्र संगठनों, बेरोजगार संगठन आदि से संपर्क कर बैठक को सार्थक बनाने का प्रयास किया जायेगा। बैठक में सभी विचारों के अनुरूप से आगामी चुनाओं को लेकर रणनीति तय की जायेगी।
Related Articles
Check Also
Close
-
राज्य में लागू हुई आदर्श आचार संहिता।3 hours ago