उत्तराखंडगढ़वालदेहरादून

तेरे कुर्ती फांडो ऊनू की लसयारी’ जौनसारी गीत पर झूमे दर्शक।

खादी मेले में हस्तनिर्मित उत्पादों को खरीदने के लिए उमड़ रही लोगों की भीड़।

देहरादून : खादी मेले में शनिवार की सांस्कृतिक संध्या में जौनसारी गीतों और पारंपरिक नृत्यों ने समां बांध दिया, मेले में हस्तशिल्प उत्पादों की लोग खूब खरीदारी कर रहे है, अलग-अलग राज्यों के 70 स्टॉलों पर एक से बढ़कर एक हस्तनिर्मित वस्तुएं ग्राहकों को काफी लुभा रही है, इन हस्तनिर्मित उत्पादों के साथ ही आयुर्वेद उत्पादों की भी लोग काफी खरीदारी कर रहे हैं।

रेसकोर्स स्थिति श्री गुरु नानक पब्लिक इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी में भगवानपुर ब्लॉक के सिकंदर पर ब्लॉक के राधाकृष्ण अंबुजा स्वयं सहायता समूह के स्टॉल पर लड्डू गोपाल के कपड़े और श्रृंगार का सामान बेहद आकर्षक है। इस समूह की महिलाएं हस्तनिर्मित उत्पादों को लेकर इस मेले में आई हैं।

समूह द्वारा झाड़ू बनाने से लेकर कपड़े सिलने, एलईडी बल्ब बनाने, गाय के गोबर से दीये बनाने, लैपटॉप बैग और बाइक के बैग सिलने का काम भी किया जाता है। यह सारे काम समूह की महिलाओं द्वारा ही किए जाते हैं और इन हस्तनिर्मित सामान की खादी मेले में काफी डिमांड है। इनमें सबसे ज्यादा लड्डू गोपाल के कपड़े लोगों को काफी भा रहे हैं।

भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप के लिए हर साइज के कपड़े और सुंदर ज्वेलरी देखते ही मन को लुभा रही हैं। लोग इन कपड़ों की खूब खरीदारी कर रहे हैं साथ ही मैचिंग ज्वैलरी, मुकुट, कंगन के साथ ही मोर पंख की खरीदारी भी कर रहे हैं।

वहीं राजस्थान उदयपुर के श्री औषध प्रतिष्ठान संचालक ने बताया कि वह आयुर्वेदिक उत्पादों के साथ मेले में आए हैं। उनके द्वारा बनाई गई दवाइयों की काफी बिक्री हो रही है। उनके संस्थान में निर्मित करेला कल्प सबसे ज्यादा बिक रहा है क्योंकि यह डायबिटीज को कंट्रोल करता है।

थोड़ी सी मात्रा में रेगुलर रूप से लेने पर करेला कल्प बेहतर रिजल्ट देता है। इसके साथ ही वजन कम करने, बालों का झड़ना रोकने और ग्रोथ बढ़ाने के साथ ही कफ सिरप भी लोग को खरीद रहे हैं। इसके अलावा जोड़ों के दर्द से राहत के लिए पाचक मेथी नेचुरल की भी बिक्री हो रही है। इसके सेवन से जोड़ों के दर्द में जल्द लाभ होता है और पेन किलर ऑयल की मालिश से जल्द लाभ होता है। यही वजह है कि इन दोनों ही दवाई की बिक्री अच्छी खासी हो रही है।

इस मौके पर राज्य निदेशक संजीव राय, सहायक निदेशक प्रथम बी. एस.कंडारी, सहायक निदेशक द्वितीय जे.एस. मलिक आदि मौजूद रहे।

खादी मेले में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में शनिवार को धुमशु जनजाति एवं सामाजिक संस्था के कलाकारों द्वारा शानदार नृत्यों की प्रस्तुति दी गई। संस्था के कलाकारों ने श्री महासू देवता की ‘ओ देवा महासू महाराज’ के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया, वहीं कलाकारों ने शानदार जौनसारी हारून की प्रस्तुति दी।

‘तेरे कुर्ती फांडो ऊनू की लसयारी’ तांदी गीत पर कलाकारों के साथ-साथ दर्शक भी खूब झूमे। जौनसार बाबर के इस पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति शांति वर्मा, अरविंद राणा, सुरेश वर्मा, निकेश, गजेंद्र, रमेश, कैलाश, रिंकू, तनु, दीक्षा, ममता आर्य आदि कलाकारों ने दी। जौनसारी और गढ़वाली गीतों ने भी मेले में देर रात तक समां बांधे रखा।

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