ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप-हत्या का मामला: CBI ने 5 डॉक्टरों को किया तलब, अस्पताल में तोड़फोड़, 9 लोग गिरफ्तार।
ममता ने विपक्षी दलों पर लगाया तोड़फोड़ का आरोप।
कोलकाता : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार-हत्या मामले में डॉक्टरों का आक्रोश अभी शांत भी नहीं हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेप-हत्या मामले में सीबीआई की विशेष अपराध शाखा कोलकाता ने मामले के संबंध में पूछताछ के लिए आज पांच डॉक्टरों को तलब किया है. वहीं, उपद्रवियों ने बुधवार को आरजी कर अस्पताल पर हमला कर दिया. इस मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.सीबीआई सूत्रों के अनुसार, आरजी कर अस्पताल के एमएसवीपी संजय वशिष्ठ समन मिलने के बाद सीबीआई कार्यालय में उपस्थित हुए. हालांकि, अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन विभाग के एक अन्य डॉक्टर अरुणाभा दत्ता चौधरी समन मिलने के बाद भी एजेंसी के दफ्तर पर नहीं पहुंचे।
सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि, गुरुवार रात को आखिर हुआ क्या था? पुलिस पूरी घटना की किस तरह से जांच कर रही थी और अस्पताल ने पुलिस की किस तरह से मदद की? हालांकि, सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, उन दो लोगों से आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के बारे में और जानकारी जुटाई जाएगी. इसके बाद सीबीआई अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को बुलाकर उनसे पूछताछ करेगी, क्योंकि जांचकर्ताओं ने परिस्थितिजन्य साक्ष्य जुटाए हैं. अब जांचकर्ता डॉक्टरों के अलावा नर्सिंग स्टाफ से पूछताछ करेगी. सीबीआई सूत्रों से यह भी पता चला है कि इस घटना की जांच के लिए कोलकाता पुलिस द्वारा गठित एसआईटी के सदस्यों से भी पूछताछ की जाएगी।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं के रात भर के विरोध कार्यक्रम के बीच उपद्रवियों ने आरजी कर अस्पताल पर हमला कर दिया. मेडिकल कॉलेज के अंदर भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई. खबर के मुताबिक, उपद्रवियों के एक समूह ने अस्पताल में जमकर उत्पात मचाया. अस्पताल के आपातकालीन विभाग में तोड़फोड़ की गई. पुलिस उपायुक्त (उत्तरी संभाग) अभिषेक गुप्ता पर भी उपद्रवियों ने हमला किया और उन्हें मामूली चोटें आईं. वहीं, कथित तौर पर बुधवार रात हुए हंगामे में शामिल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने आरजी कर दुष्कर्म और हत्या मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई है. इसके सदस्यों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. सीबीआई अधिकारियों ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई की एसआईटी के सदस्यों के साथ लंबी बैठक की. इस तरह की जांच प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए मूल रूप से एक सूची बनाई गई है कि किससे और कैसे पूछताछ की जाएगी. जांच एजेंसी संदीप घोष से मामले की जानकारी लेगी. सूत्रों के अनुसार इसमें आरजी कार अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का नाम भी शामिल है. इसके अलावा, सीबीआई जांच दल के सदस्यों ने बुधवार को आरजी कर अस्पताल में पहली बार साक्ष्य एकत्र किए. उसके कुछ घंटे बाद ही संबंधित अस्पताल में तोड़फोड़ की गई।
आरजी कर कॉलेज में तोड़फोड़ के बाद फोर्डा ने किया दोबारा हड़ताल का ऐलान फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने गुरुवार को देश भर में तत्काल प्रभाव से दोबारा हड़ताल शुरू करने की घोषणा की. फोर्डा ने सोशल मीडिया पर हड़ताल फिर शुरू करने की जानकारी दी. एक्स पर फोर्डा के हैंडल से एक पोस्ट शेयर किया गया है. इसमें कहा गया है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हाल ही में हुई दुखद घटना और सरकार द्वारा समय पर वादे पूरे करने में विफल रहने के बाद फोर्डा ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है।
वहीं, इस मामले को लेकर सीपीआई(एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने गुरुवार को राज्य संचालित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री के पद से सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की. बता दें कि, मुख्यमंत्री बनर्जी के पास स्वास्थ्य एवं गृह मंत्रालय है. वाम मोर्चे के अध्यक्ष बिमान बोस ने एक बयान में कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की भी मांग की. साथ ही मोर्चा ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ और हिंसा की निंदा की और इसमें शामिल सभी लोगों की पहचान और गिरफ्तारी की मांग की है. बोस ने कहा कि इन घटनाओं के विरोध में 17 अगस्त को कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध मार्च निकाला जाएगा।
दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के पीछे विपक्षी राजनीतिक दलों का हाथ होने का आरोप लगाया. बनर्जी ने कहा कि वह छात्रों या डॉक्टरों को उनके विरोध के लिए जिम्मेदार नहीं मानती हैं, बल्कि उन्होंने कुछ राजनीतिक दलों पर उपद्रव भड़काने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि, पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा, “मुझे छात्रों या आंदोलनकारी डॉक्टरों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है… लेकिन कुछ राजनीतिक दल उपद्रव भड़काने की कोशिश कर रहे हैं…अगर आप वीडियो देखेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि क्या हुआ।
खबर के मुताबिक, आधी रात के आसपास, प्रदर्शनकारियों के रूप में खुद को पेश करने वाले करीब 40 लोगों के एक समूह ने अस्पताल में प्रवेश किया और आपातकालीन विभाग, नर्सिंग स्टेशन और दवा स्टोर में तोड़फोड़ की, साथ ही सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया और एक मंच पर तोड़फोड़ की, जहां जूनियर डॉक्टर 9 अगस्त से प्रदर्शन कर रहे थे।